वाया लोहारू कितना लंबा रूट है, लोहारू होकर गंगानगर सही रहता वैसे भी बीकानेर के पास प्रयागराज की ट्रेन थी पहले ही अगर 22307/08 बीकानेर/हावड़ा को divert करते तो अलवर मथुरा रेलखंड का भी भाला हो जाता या फेरे बढ़ाकर डायवर्ट कर देते.बेहद दुखद और रेलवे के गंदे निर्णयों में से एक