रेल में तो हम सभी सफर करते हैं,आपने भी भारतीय रेल में कई बार सफर किया होगा। रेलवे के बारे में आप बहुत कुछ जानते होंगे, जैसे रेल के रंगों का क्या राज है, रेल के टिकट पर लिखे अक्षरों का राज और रेल के इंजन पर लिखे अक्षरों का सीक्रेट आदि। लेकिन क्या कभी आपने ध्यान दिया है कि, ट्रेने अलग-अलग हॉर्न क्यूँ बजाती हैं।
आईये जानते हैं ट्रेन अलग-अलग हॉर्न क्यूँ बजाती है-
1. वन शॉर्ट हॉर्न
ट्रेन...
more... जब ये हॉर्न बजाती है तो इसका मतलब होता है कि ट्रेन का यार्ड में जाने का समय आ गया है, यार्ड में जाने का मतलब ट्रेन को अगली यात्रा के लिए साफ सफाई करने के लिए ले जाना होता है।
2. टू शॉर्ट हॉर्न
यात्रा शुरू करने से पहले जब ट्रेन दो छोटी-छोटी सीटी बजाती है, उसे टू शोर्ट हॉर्न कहते हैं। इसका मतलब ये होता है कि ट्रेन यात्रा करने के लिए तैयार है।
3. थ्री स्मॉल हार्न
ये आपातकालीन स्थिति में बजाया जाने वाला हॉर्न है। इस हॉन को मोटरमेन द्वारा दबाया जाता है इसका मतलब होता है कि मोटरमेन का मोटर से कंट्रोल खत्म हो गया है। इस हॉर्न से पीछे बैठे गार्ड को निर्देश दिया जाता है कि वो वैक्यूम ब्रेक लगाए।
4. फोर स्मॉल हॉर्न
ट्रेन अगर चार हॉर्न दे तो इसका मतलब होता है कि ट्रेन में टेक्नीकल खराबी है और ट्रेन आगे नहीं बढ़ सकती।
5. थ्री लॉन्ग और टू शॉर्ट हॉर्न
इस हॉर्न में तीन बार लंबा हॉर्न तथा दो बार छोटा हॉर्न बजाया जाता है।
6. लगातार बजने वाला हॉर्न
जब भी कोई इंजन लगातार हॉर्न बजाता है तो इसका मतलब होता है कि ट्रेन स्टेशन पर रूकेगी नहीं। ये यात्रियों के लिए होता है ताकि वे जान सके कि ट्रेन इस स्टेशन पर रूकेगी नहीं।
7. दो बार रूककर हॉर्न
ये हॉर्न रेल्वे क्रासिंग के पास बजाया जाता है ताकि वहां खड़े लोगों को संकेत मिले और वे रेल्वे लाइन से दूर हट जाए।
8. दो लंबे और एक छोटे हॉर्न
इस हॉर्न का प्रयोग उस समय होता है जब ट्रेन, ट्रैक चेंज करती है।
9. छः बार छोटे हॉर्न
इस हॉर्न का प्रयोग उस समय किया जाता है। जब ट्रेन किसी मुसीबत में होती है।