यहां पर “दोहरीकरण” के साथ – साथ “तीहरीकरण” भी बहुत सख्त जरूरी है... हम देखें हैंं इस रूट पर ट्रेनें कैसे चलती हैंं 25 – 25 मिनट के लिए एक या दो ट्रेन क्रॉसिंग के लिए स्टेशन पर रुक जाती है
पहला इस रूट पर ट्रेनों का दबाव बहुत ज्यादा है दूसरा मालगाड़ियों के लिए अलग से रेल ट्रैक खुल जाएगा तो इसमें दिक्कत क्या है इसमें आम यात्रियों के लिए बेहतर सुविधा और Fast यात्रा होगी...।