*"थोता चीणा ने बाजे घणा" आईआरसीटीसी के वेबसाइट और ऐप का मॉडिफिकेशन का यही हाल है।*
*सुविधा बढ़ने के बजाय असुविधाओंकी भरमार हो गयी है अब इस ऐप और वेबसाइट पर, यह हम नही रेल यात्रिओंका कहना है जिनसे हमने रेल प्रशासन की वेबसाइट अपग्रेडेशन की विज्ञापन दिखा कर रिव्यू मांगा था।*
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